भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु
‘सांवलिया सेठ‘ भगवान श्री कृष्ण के मंदिर की स्थापना की गई
मान्यता
द्वारकाधीश श्री कृष्ण ( सांवलिया सेठ ) के परम भक्त नरसी मेहता की बेटी नानी बाई की पुत्री के विवाह में भगवान श्री कृष्ण ने मायरा ( भात ) भरा था उन्हीं भगवान सांवलिया सेठ का यह मंदिर है ।
प्राण प्रतिष्ठा
परंपरा
राजस्थान में मायरा ( भात ) भरने की परंपरा है। बहन के बच्चों के विवाह पर भाई द्वारा बहन को दिया गया उपहार मायरा ( भात ) कहलाता है।
नानी बाई रो मायरो – राजस्थान का एक प्रसिद्ध लोकगीत कथा है।